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ll Love Poem On Hindi ll प्रेमी की कविता ll


प्यार एक खूबसूरत एहसास है जो सब को आपने जीवन में एक बार जरूर किसी ना किसी से हो जाता है। और इस कदर हो जाता है कि सोते जागते उठते बैठते खाते पीते सिर्फ उसी का ख्याल रहता है।
किसी ने सच कहा है अगर प्यार हो जाए तो इससे अच्छी कोई चीज नही लगती जब तक हो ना जाए इजहार मोहब्बत तब तक एक अलग सी बचेनी सी है रहती।
मेरी कहानी भी बिल्कुल ऐसी ही है।

 
इश्क तो हो गया है हमें उनसे लेकिन इजहार करना नही आता।
चाहती तो वो भी है हमें लेकिन खुल के बात करना उन्हें भी नही आता।।
 
 इन आंखों में इतना भी ना उलझाया करो हमें,
   
  

    इन आंखों में इतना भी ना उलझाया करो हमें,
     कभी गिर गए तो संभाल नहीं पाओगे।
      रोज मिलता हूं तुमसे कुछ कहने के लिए,
        मगर यह सोचकर चुप रह जाता हूं
           शायद तुम समझ नहीं पाओगे।
 मुफ्त की मुस्कुराहट से हमें अपना गुलाम बनाओगे क्या?
 यूं ही रूठ गया कभी तुमसे अगर तो हंसकर मनाओगे क्या? 
 जालिम अदाएं जालिम आंखें हुस्न की बारिश करती हुई जुल्फे होठों से रिश्ता हुआ इश्क किस-किस से छुप आओगे।  
      इन आंखों में इतना भी ना उलझाया करो हमें,
        कभी गिर गए तो संभाल नहीं पाओगे।
         रोज मिलता हूं तुमसे कुछ कहने के लिए,
         मगर यह सोचकर चुप रह जाता हूं
           शायद तुम समझ नहीं पाओगे।
 कुछ बातें ऐसी है जो बताने लायक नहीं है शब्दों से परे महसूस किया जा सकता है।
 नजर का टीका अब नहीं बचा सकता तुम्हें मेरी नजरों से हाथ थाम लो मेरा परखने के बाद छोड़ने का रिस्क भी लिया जा सकता है।
 फिर कहां यह जवानी कहां यह दीवानगी कहां प्यार भरी बातों का हरा भरा जमाना?
 कहीं यह दिन गुजर गए तो सच में बहुत पछताओगे।
        इन आंखों में इतना भी ना उलझाया करो हमें,
     कभी गिर गए तो संभाल नहीं पाओगे।
      रोज मिलता हूं तुमसे कुछ कहने के लिए,
        मगर यह सोचकर चुप रह जाता हूं
           शायद तुम समझ नहीं पाओगे।

      Writer---Arjun Khichar 




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